हल्द्वानी/देहरादून। उत्तराखंड में मौसम भले ही शुष्क बना हुआ है, परंतु तापमान में निरंतर गिरावट से ठंड ने आम जनजीवन पर असर डालना शुरू कर दिया है। प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान औसतन 1 से 2 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है, जिससे पहाड़ों से लेकर मैदानी क्षेत्रों तक सिहरन बढ़ गई है।
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार अगले कुछ दिन प्रदेश में बारिश की कोई संभावना नहीं है। हालांकि, उच्च हिमालयी क्षेत्रों में तेज पाला गिरने के संकेत हैं, जिससे रात के समय सड़कों और पगडंडियों पर फिसलन बढ़ गई है। उधर, मैदानी जिलों में हल्के कोहरे ने सुबह-सुबह दृश्यता को प्रभावित करना शुरू कर दिया है।
विशेषज्ञों का कहना है कि रातें लगातार कड़ाके की ठंड में बदल रही हैं। पहाड़ी क्षेत्रों में पाले के कारण वाहन संचालन में दिक्कतें बढ़ी हैं और स्थानीय निवासियों को अतिरिक्त सतर्कता बरतनी पड़ रही है। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए बताया कि अगले दो से तीन दिनों में पारा और नीचे जा सकता है, जिससे ठंड का प्रकोप और तीव्र होने की आशंका है।
इधर, स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बुजुर्गों, बच्चों और बीमार व्यक्तियों को विशेष एहतियात बरतने की सलाह दी है। वहीं, प्रशासन ने लोगों से आवश्यकतानुसार ही यात्रा करने और सुबह-शाम पर्याप्त गर्म कपड़ों का उपयोग करने की अपील की है।
