सितारगंज। नंदा गोरा योजना के तहत प्रमाण पत्र जारी करने की एवज में रिश्वत मांगने वाली मुख्य आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कमलेश को विजिलेंस की टीम ने दो हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आरोपी कमलेश वार्ड नंबर 6, शिशु मंदिर के पास की निवासी है।
विजिलेंस सूत्रों के अनुसार, कमलेश ने एक छात्रा से नंदा गोरा योजना के फार्म में लगने वाले प्रमाण पत्र के बदले में रुपये की मांग की थी। पीड़िता ने इसकी शिकायत विजिलेंस विभाग से की, जिसके बाद टीम ने जाल बिछाते हुए मंगलवार को कमलेश को उसके घर के पास से रिश्वत लेते हुए धर दबोचा।
टीम ने आरोपी के खिलाफ आवश्यक विधिक कार्रवाई शुरू कर दी है।