देहरादून: देहरादून के नेहरू कॉलोनी थाना क्षेत्र में बिल्ली के बच्चों को लेकर दो भाइयों के परिवारों में विवाद इतना बढ़ गया कि मामला पुलिस थाने तक पहुंच गया। धर्मपुर इलाके में रहने वाले एक संयुक्त परिवार के सदस्य आपस में भिड़ गए, जब एक भाई ने बिल्ली के बच्चों को अशुभ मानते हुए स्कूटर की डिग्गी में डालकर कहीं दूर छोड़ दिया।
दूसरे भाई का परिवार, जो उन बच्चों की देखभाल कर रहा था, इस बात से नाराज हो गया। विवाद इतना बढ़ा कि भतीजी रश्मि धीमान ने अपने चाचा उमेश धीमान, चाची और उनके तीन बेटों पर पशु क्रूरता करने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया।
थानाध्यक्ष संजीत कुमार ने बताया कि शिकायत पर नेहरू कॉलोनी पुलिस ने पशु क्रूरता अधिनियम समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
शिकायतकर्ता रश्मि धीमान के अनुसार, बीते मार्च में एक बिल्ली ने उनके घर में दो बच्चे दिए थे। वे उनकी देखभाल कर रही थीं, लेकिन चाचा-चाची को यह पसंद नहीं था। उनका मानना था कि बिल्लियां अशुभ होती हैं। आरोप है कि चाचा ने दोनों बिल्ली के बच्चों को स्कूटी की डिग्गी में बंद किया और कहीं दूर छोड़ दिया। जब विरोध किया गया, तो चाची और उनके बेटों ने घर में घुसकर धमकी दी।
रश्मि ने पुलिस से सुरक्षा और उचित कार्रवाई की मांग की है।
