देहरादून। राजधानी देहरादून के पटेलनगर क्षेत्र स्थित चमन विहार के एक परीक्षा केंद्र पर आयोजित आईबीपीएस स्केल-3 भर्ती परीक्षा के दौरान बड़े परीक्षा फर्जीवाड़े का पर्दाफाश हुआ। परीक्षा केंद्र प्रशासन और पुलिस की सतर्कता से एक शातिर पेपर सॉल्वर को पकड़ लिया गया, जिसकी संलिप्तता पूर्व में करीब 12 अलग-अलग भर्ती परीक्षाओं में सामने आई है। आरोपी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर विस्तृत जांच शुरू कर दी गई है।
परीक्षा केंद्र के कमांडिंग ऑफिसर सूरजपाल सिंह रावत ने बताया कि परीक्षा के दौरान ऋषि कुमार, निवासी देवीका स्काइपर, रामनगर, गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) जब बायोमीट्रिक सत्यापन के लिए पहुंचा, तो उसकी फोटो और डाटा पहले आयोजित कई परीक्षाओं के रिकॉर्ड से मेल खाते पाए गए। रिकॉर्ड में उसकी तस्वीर अलग-अलग परीक्षार्थियों के नामों के साथ दर्ज मिली, जिससे पूरे मामले का खुलासा हुआ।
हालांकि रविवार को हुई परीक्षा में आरोपी का बायोमीट्रिक सत्यापन सही पाया गया, जिससे स्पष्ट हुआ कि वह यह परीक्षा अपने लिए दे रहा था। लेकिन तकनीकी जांच में यह सामने आया कि इससे पहले वह करीब 12 परीक्षाओं में दूसरे अभ्यर्थियों की जगह पेपर देकर सॉल्वर की भूमिका निभा चुका है।
जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपी द्वारा परीक्षा देने के बाद कई अभ्यर्थियों की भर्ती हो चुकी है, जिससे भर्ती प्रक्रिया की पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। इसी आधार पर परीक्षा समाप्त होने के बाद आरोपी को हिरासत में लेकर पुलिस के सुपुर्द किया गया।
पटेलनगर थानाध्यक्ष चंद्रभान सिंह अधिकारी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। उससे पूछताछ की जा रही है और यह पता लगाया जा रहा है कि किन-किन परीक्षाओं में उसकी भूमिका रही है। साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि इस फर्जीवाड़े में कोई संगठित गिरोह या अन्य लोग शामिल हैं या नहीं। पुलिस परीक्षा एजेंसियों से समन्वय कर संदिग्ध भर्तियों और चयन प्रक्रियाओं की भी जांच कर रही है।
