पटना। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले राष्ट्रीय जनता दल (राजद) को एक और बड़ा झटका लगा है। पार्टी के दो विधायकों — नवादा से विभा देवी और रजौली (सुरक्षित) सीट से प्रकाश वीर — ने रविवार को अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव को सौंप दिया।
लोकसभा चुनाव के बाद से ही पार्टी नेतृत्व से नाराज चल रहे दोनों विधायकों ने हाल ही में गया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में मंच साझा कर अपने राजनीतिक इरादों के संकेत दे दिए थे। अब उनके इस्तीफे के बाद यह लगभग तय माना जा रहा है कि वे जल्द ही एनडीए में शामिल हो सकते हैं, हालांकि इसकी औपचारिक घोषणा अभी बाकी है।
विभा देवी का पार्टी छोड़ना राजद के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। वे बाहुबली पूर्व मंत्री राजवल्लभ यादव की पत्नी हैं और 2020 में नवादा से राजद टिकट पर विधायक चुनी गई थीं। बताया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव में नवादा सीट से श्रवण कुशवाहा को टिकट दिए जाने से वे नाराज थीं। उन पर यह आरोप भी लगा था कि उन्होंने पार्टी प्रत्याशी का खुलकर समर्थन नहीं किया, जिसके चलते तेजस्वी यादव उनसे नाराज चल रहे थे।
इधर, अगस्त 2025 में गया रैली के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के मंच पर विभा देवी की मौजूदगी ने राजद में हलचल मचा दी थी। माना जा रहा है कि टिकट कटने की आशंका और एनडीए के साथ बेहतर समीकरणों के चलते उन्होंने पार्टी से नाता तोड़ने का निर्णय लिया। सूत्रों के अनुसार, वह नवादा सीट से भाजपा या जदयू के टिकट पर चुनाव लड़ने की प्रबल दावेदार हो सकती हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले राजद विधायक संगीता कुमारी, भरत बिंद और चेतन आनंद भी पार्टी छोड़ चुके हैं। लगातार हो रहे इस्तीफों ने विधानसभा चुनाव से पहले राजद नेतृत्व के सामने बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है।