देहरादून। राज्य सरकार ने उत्तराखंड के राजकीय मेडिकल कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर के 439 खाली पदों को भरने का निर्णय लिया है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने इस भर्ती प्रक्रिया को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी दी और बताया कि चिकित्सा शिक्षा विभाग ने उत्तराखंड चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड को प्रस्ताव भेज दिया है। इस प्रक्रिया को शीघ्र शुरू किया जाएगा।
डॉ. रावत ने कहा कि इन 439 पदों में से सामान्य श्रेणी के 218, अनुसूचित जाति के 112, अनुसूचित जनजाति के 9, ओबीसी के 68 और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए 32 पद शामिल हैं। इन पदों के तहत राज्य के मेडिकल कालेजों के विभिन्न संकायों में असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति की जाएगी।
उन्होंने कहा कि इन विभागों में एनेस्थीसिया, एनाटॉमी, बायोकेमिस्ट्री, ब्लड बैंक, कम्युनिटी मेडिसिन, डेंटिस्ट्री, डर्मेटोलॉजी, इमरजेंसी मेडिसिन, फॉरेंसिक मेडिसिन, जनरल मेडिसिन, जनरल सर्जरी, माइक्रोबायोलॉजी, गायनी, ऑप्थेल्मोलॉजी, ऑर्थोपेडिक्स, ओटो राइनो लायरिंगोलोजी, पैथोलॉजी, पीडियाट्रिक्स, फार्माकोलॉजी, फिजिकल मेडिसिन एवं रिहेबिलिटेशन, फिजियोलॉजी, साइकैट्रिस्ट, रेडियोडाइग्नोसिस, रेडियोथेरेपी और रेस्पिरेटरी जैसे महत्वपूर्ण विभागों में नियुक्तियां की जाएंगी।
स्वास्थ्य मंत्री ने चिकित्सा शिक्षा निदेशक को निर्देश दिए कि प्राचार्यों और सह प्राध्यापकों के प्रोन्नति के पदों को भी शीघ्र भरा जाए ताकि मेडिकल कालेजों की कार्यक्षमता में सुधार हो सके।
इस फैसले से राज्य के मेडिकल शिक्षा क्षेत्र को मजबूती मिलेगी और मेडिकल संस्थानों में शिक्षण गुणवत्ता में सुधार होगा।