नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र में गुरुवार को लोकसभा का माहौल अचानक गरमा गया, जब बीजेपी के वरिष्ठ सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने सदन के भीतर एक बेहद गंभीर मुद्दा उठाया। उन्होंने बिना नाम लिए टीएमसी के एक सांसद पर लोकसभा में ई-सिगरेट (वेप) पीने का आरोप लगाया। ठाकुर ने कहा कि विपक्ष के सदस्य सदन की गरिमा और नियमों की खुलेआम अनदेखी कर रहे हैं।
🔴 स्पीकर ओम बिरला का कड़ा संदेश
अनुराग ठाकुर की आपत्ति पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी सख्त रुख दिखाया। स्पीकर ने कहा— “संसद के भीतर किसी भी तरह के धूम्रपान की इजाजत नहीं है। यह नियमों के खिलाफ है। यदि शिकायत औपचारिक रूप से आए और आरोप सही पाए गए, तो कठोर कार्रवाई होगी।” उन्होंने साफ किया कि संसद की गरिमा से खिलवाड़ किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
🔵 टीएमसी का पलटवार — “अनुराग ठाकुर कोई गुरु नहीं”
बीजेपी सांसद के आरोपों पर तृणमूल कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी। टीएमसी सांसद डोला सेन ने कहा—“सदन में अनुशासन बनाए रखने के लिए नियम पहले से मौजूद हैं। जिसकी जिम्मेदारी है, वही देखेगा। अनुराग ठाकुर कोई ‘गुरु’ नहीं कि हम उनकी हर बात मान लें।” इस टिप्पणी के बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तेज नोकझोंक देखने को मिली।
🟡 बाहर भी सियासी पारा चढ़ा — राहुल गांधी ने अमित शाह पर साधा निशाना
लोकसभा के भीतर वेप विवाद गूंजता रहा, तो बाहर राजनीतिक वार-पलटवार और तेज हो गया। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के भाषण पर हमला करते हुए कहा— “अमित शाह कल सदन में काफी घबराए हुए दिखे। उनका मानसिक दबाव साफ दिख रहा था, हाथ भी कांप रहे थे।” राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि शाह ने गलत भाषा का इस्तेमाल किया, विपक्ष के सवालों का कोई ठोस जवाब नहीं दिया और उनके प्रेस कॉन्फ्रेंस पर चर्चा की चुनौती का भी जवाब नहीं दिया।
🔚 सत्र में टकराव जारी, आने वाले दिनों में बढ़ सकती है तीखी बहस
वेप कांड से शुरू हुआ विवाद अब सियासी बयानबाज़ी तक पहुंच गया है। अंदर सत्र की गरिमा पर सवाल उठ रहे हैं, तो बाहर सत्ता–विपक्ष खुलकर एक-दूसरे पर निशाना साध रहे हैं। संसद का शेष सत्र इसी तीखे टकराव के माहौल में और भी गर्माने की संभावना है।
