उत्तराखंड: राज्य कर विभाग के अधिकारियों की सांठगांठ से हल्द्वानी में फिर सक्रिय हुआ टैक्स चोरी का सिंडिकेट, सरकार को रोजाना लाखों का नुकसान

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हल्द्वानी। एक ओर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी प्रदेश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के अभियान में जुटे हैं, वहीं दूसरी ओर राज्य कर विभाग के कुछ अधिकारी और कर्मचारी ही सरकार की इस मुहिम को पलीता लगाने में जुटे हैं। हल्द्वानी के ट्रांसपोर्ट नगर में एक बार फिर टैक्स चोरी करने वाले कारोबारियों का सिंडिकेट सक्रिय हो गया है। सूत्रों के मुताबिक, यह सिंडिकेट राज्य कर विभाग के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से रोजाना लाखों रुपये की टैक्स चोरी कर रहा है।

बिना बिल और टैक्स के आ रहा माल

जानकारी के अनुसार, ट्रांसपोर्ट नगर में करीब 8 से 10 कारोबारी बिना बिल और टैक्स के दिल्ली और बरेली से भारी मात्रा में सामान मंगवा रहे हैं। इनमें किराने का सामान, कपड़े, जूते, कॉस्मेटिक उत्पाद और गुटखा (तंबाकू) जैसे माल शामिल हैं। इसके बाद पहाड़ लाइन के कुछ ट्रांसपोर्ट कारोबारी इस टैक्स चोरी के माल को बिना किसी दस्तावेज के गंतव्य तक पहुंचा रहे हैं।

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कई गुना ज्यादा भाड़ा लेकर हो रहा अवैध परिवहन

सूत्रों के अनुसार, टैक्स चोरी के इस खेल में शामिल ट्रांसपोर्टर आमतौर पर 4 से 5 गुना अधिक भाड़ा लेकर बिना बिल और टैक्स के माल की ढुलाई कर रहे हैं। इस वजह से सरकार को हर दिन लाखों रुपये के राजस्व का नुकसान उठाना पड़ रहा है।

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अधिकारियों की मिलीभगत से बेखौफ सिंडिकेट

हैरानी की बात यह है कि राज्य कर विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को इस पूरे खेल की पूरी जानकारी है, लेकिन कार्रवाई के नाम पर कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। इससे टैक्स चोर कारोबारियों और उनके साथ सांठगांठ करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं।

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कब होगी कार्रवाई?

ट्रांसपोर्ट नगर में चल रहे इस टैक्स चोरी के खेल से जहां सरकार को भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है, वहीं यह सवाल भी उठता है कि आखिर कब तक जिम्मेदार अधिकारी इस मामले पर आंखें मूंदे रहेंगे? अब देखना होगा कि प्रशासन इस पर क्या कदम उठाता है और क्या मुख्यमंत्री धामी की भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश की मुहिम को सच में सफल बनाया जा सकेगा?

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