हल्द्वानी। शहर में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। मध्यप्रदेश के रीवा जिले से हल्द्वानी पहुंचे दो सगे भाइयों ने काठगोदाम के जंगल में कीटनाशक पदार्थ सल्फास खाकर आत्मघाती कदम उठा लिया। दोनों को गंभीर हालत में डा. सुशीला तिवारी अस्पताल (डीएसटीएच) में भर्ती कराया गया, जहां गुरुवार सुबह बड़े भाई 23 वर्षीय शिवेश मिश्रा की उपचार के दौरान मौत हो गई, जबकि छोटा भाई 20 वर्षीय बृजेश मिश्रा जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है।
जंगल में अचेत मिले दोनों भाई
जानकारी के अनुसार, बुधवार दोपहर कुछ स्थानीय लोगों ने काठगोदाम पुलिस को सूचना दी कि भद्यूनी जंगल में पानी की टंकी के पास दो युवक अचेत पड़े हैं। सूचना मिलते ही मल्ला काठगोदाम चौकी प्रभारी दिलीप कुमार पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिसकर्मी शिवेश मिश्रा को बदहवास हालत में अपने कंधे पर उठाकर करीब आधा किलोमीटर पैदल चलकर सड़क तक लाए, जहां से एंबुलेंस के जरिए दोनों भाइयों को अस्पताल भेजा गया। पुलिस ने बताया कि दोनों की पहचान ग्राम माणिकवार पोस्ट दुआरा, जिला रीवा (मध्यप्रदेश) निवासी शिवेश मिश्रा (23) और बृजेश मिश्रा (20) के रूप में हुई है।
छह माह पहले माता-पिता ने भी की थी आत्महत्या
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि करीब पांच-छह माह पहले दोनों भाइयों के माता-पिता मनोज मिश्रा और ममता मिश्रा ने भी जहर खाकर आत्महत्या की थी। तब से दोनों भाई अपनी दादी के साथ रह रहे थे और परिवार की इस त्रासदी के बाद से मानसिक रूप से काफी परेशान थे। पुलिस का मानना है कि माता-पिता की मौत का गहरा सदमा दोनों भाइयों पर पड़ा, जिसके चलते उन्होंने यह आत्मघाती कदम उठाया होगा।
पुलिस जांच में जुटी, परिजनों को दी सूचना
मल्ला चौकी प्रभारी दिलीप कुमार ने बताया कि परिजनों को घटना की सूचना दे दी गई है। परिजन शुक्रवार (आज) हल्द्वानी पहुंच रहे हैं। उनके पहुंचने के बाद मृतक शिवेश के शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। फिलहाल पुलिस घटना के कारणों और पृष्ठभूमि की जांच में जुटी है।
एक पुलिसकर्मी ने दिखाई मानवता
घटना स्थल पर मौजूद पुलिस टीम में शामिल एक जवान ने जब अचेत पड़े शिवेश को देखा, तो बिना देर किए उसे अपने कंधे पर उठाकर घने जंगल से बाहर निकाला। पुलिस की इस तत्परता से दोनों भाइयों को समय रहते अस्पताल पहुंचाया जा सका, जिससे छोटे भाई बृजेश की जान बच पाई।
मध्यप्रदेश से हल्द्वानी पहुंचे दो सगे भाइयों ने सल्फास खाकर दी जान, एक की मौत, दूसरा जिंदगी की जंग लड़ रहा
