प्रेम में अंधी महिला को चाहिए थी जमीन और आज़ादी, तीन आरोपी गिरफ्तार
हरिद्वार। सिडकुल थाना क्षेत्र के डालूवाला-मजबता में 18 जुलाई को मिली युवक की लाश की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। चौंकाने वाला खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि युवक की हत्या उसकी भाभी ने अपने प्रेमी और उसके दोस्त से मिलकर करवाई थी। वजह थी संपत्ति पर कब्जा और प्रेमी से बेधड़क मुलाकात की चाह।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने सोमवार को प्रेस वार्ता में बताया कि मृतक की पहचान नीटू पुत्र भूरी सिंह निवासी खालाटीरा के रूप में हुई थी। शव झाड़ियों में मिलने के बाद मृतक के भाई राकेश, जो कि हैदराबाद में रहता है, ने 20 जुलाई को हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने इंस्पेक्टर मनोहर सिंह भंडारी के नेतृत्व में टीम गठित कर जांच शुरू की।
जांच में सीसीटीवी फुटेज और कॉल डिटेल के आधार पर सोनिया (मृतक की भाभी), उसका प्रेमी छोटा और उसका दोस्त अकबर को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में आरोपियों ने नीटू की हत्या की बात कबूल कर ली।
हत्या की पूरी साजिश
एसएसपी डोबाल के अनुसार, सोनिया के पति ने अपने हिस्से की जमीन और मकान बेचकर उसे और बच्चों को हैदराबाद ले गया था। इस बीच सोनिया की नज़र देवर नीटू के हिस्से की जमीन पर थी। साथ ही, वह अपने प्रेमी छोटा से भी मिलना चाहती थी। रास्ते के कांटे बने देवर को हटाने के लिए उसने प्रेमी से हत्या की साजिश रची।
सोनिया ने छोटा को भरोसे में लेकर कहा कि अगर वह नीटू को खत्म कर देगा, तो वह गांव लौट आएगी और दोनों साथ रह सकेंगे। छोटा ने इसके बदले पांच लाख रुपये की डील तय की और अपने साथी अकबर को साथ ले लिया।
हत्या की रात का घटनाक्रम
17 जुलाई की रात, छोटा ने गांव के जावेद का फोन लेकर नीटू को कॉल किया और मिलने बुलाया। रात 9:15 बजे नीटू, छोटा की दुकान पर पहुंचा। छोटा ने उसे बहाने से बताया कि एक ठेकेदार ने डालूवाला मजबता में पैसे देने के लिए बुलाया है। फिर नीटू की मोपेड ‘विक्की’ पर छोटा ने वाहन चलाया, बीच में नीटू और पीछे अकबर बैठा था।
जंगल के पास पहुँचकर छोटा ने मोपेड रोकी और इशारे में अकबर को हत्या का संकेत दिया। अकबर ने चापड़ से नीटू के सिर पर पहला वार किया, फिर छोटा ने चार-पांच बार और वार कर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गए।
आरोपी और संबंध
छोटा गांव में फास्ट फूड व कॉस्मेटिक की दुकान चलाता है और दो साल पहले फेरी के दौरान उसकी सोनिया से जान-पहचान हुई थी। फोन पर बातचीत से दोनों में नजदीकियां बढ़ी। सोनिया की हैदराबाद रवानगी के बाद भी संपर्क बना रहा। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त चापड़ और मोपेड बरामद कर ली है। तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है।