उत्तरकाशी। गंगोत्री हाईवे पर डबरानी के पास भागीरथी नदी का रुख बदलने से क्षतिग्रस्त सड़क पर पानी बह रहा है। हालात इतने बिगड़ गए हैं कि पैदल आवाजाही भी बंद हो गई है, जिससे आपदा प्रभावित क्षेत्रों तक रसद सामग्री पहुंचाना मुश्किल हो गया है।
धराली में लापता लोगों की तलाश के लिए एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, सेना और अन्य टीमों का सर्च अभियान आज भी जारी है। पांच अगस्त को खीरगंगा के उफान ने धराली और हर्षिल घाटी में भारी तबाही मचाई थी। घरों और संपत्तियों के साथ-साथ लोगों के मन पर भी गहरा असर पड़ा है—कई लोग घबराहट, बेचैनी और नींद न आने जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं।
स्वतंत्रता दिवस पर आपदा के जख्मों के बीच धराली गांव के खीरगंगा तट पर स्थित सुरक्षित बचे समेश्वर देवता मंदिर प्रांगण में तिरंगा फहराया गया। इस मौके पर एसडीआरएफ के आईजी अरुण मोहन जोशी ने प्रभावितों को हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया। मृतकों को श्रद्धांजलि दी गई और दो मिनट का मौन रखकर पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की गईं।