नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास में एक बार फिर अराजक तत्वों ने तोड़फोड़ कर दी। दूतावास की दीवारों पर आपत्तिजनक और भड़काऊ नारे लिखे गए हैं, जिससे राजनयिक स्तर पर तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। यह कोई पहली घटना नहीं है—इससे पूर्व भी इसी परिसर को निशाना बनाया जा चुका है।
घटना की गंभीरता को देखते हुए भारत सरकार ने ऑस्ट्रेलिया से तीव्र आपत्ति दर्ज कराई है। विदेश मंत्रालय ने इस मामले में सख्त रुख अपनाते हुए दोषियों की शीघ्र पहचान कर उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की मांग की है। मंत्रालय ने स्पष्ट कहा है कि किसी भी देश में भारतीय दूतावासों की सुरक्षा वहां की सरकार की जिम्मेदारी होती है।
कैनबरा स्थित भारतीय उच्चायोग ने भी इस विषय को ऑस्ट्रेलियाई अधिकारियों के समक्ष गंभीरता से उठाया है। मेलबर्न दूतावास ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक आधिकारिक बयान जारी कर बताया कि सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
बयान में कहा गया, “भारतीय राजनयिक और वाणिज्यिक परिसरों तथा वहां कार्यरत कर्मचारियों की सुरक्षा सर्वोपरि है। इस संबंध में ऑस्ट्रेलियाई प्रशासन से बातचीत जारी है।”
भारत सरकार ने दोहराया कि वह विदेशों में अपने नागरिकों, अधिकारियों और संस्थानों की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह सजग है, और इस प्रकार की घटनाओं को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।