Uttarakhand: बांडधारी डॉक्टरों पर स्वास्थ्य विभाग का शिकंजा, लापता चिकित्सकों की सूची दो हफ्ते में तलब

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स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने दी सख्त कार्रवाई की चेतावनी

देहरादून। राज्य में लंबे समय से गैरहाजिर चल रहे बांडधारी चिकित्सकों के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग अब सख्त रुख अपनाने जा रहा है। चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि ऐसे गायब डॉक्टरों की सूची दो सप्ताह के भीतर शासन को सौंपी जाए। साथ ही अनुबंध की शर्तों के अनुसार उनकी सेवाएं समाप्त करने की कार्रवाई भी की जाए।

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डॉ. रावत ने बुधवार को अपने शासकीय आवास पर विभागीय समीक्षा बैठक में बांड उल्लंघन करने वाले डॉक्टरों पर नाराजगी जताते हुए कहा कि राजकीय मेडिकल कॉलेजों से पासआउट डॉक्टरों को तीन से पांच वर्ष की सेवा पर्वतीय क्षेत्रों में देना अनिवार्य है, लेकिन कई डॉक्टर बगैर सूचना के गायब चल रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार ऐसे डॉक्टरों को किसी भी हाल में नहीं बख्शेगी और उनसे बांड की शर्तों के अनुसार पूरी धनराशि वसूली जाएगी।

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बैठक में मंत्री ने राज्य चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड से चयनित 222 नए चिकित्सकों को जल्द नियुक्ति देने के निर्देश भी दिए। इसके साथ ही विभागीय रिक्तियों को भरने की प्रक्रिया को गति देने को कहा। वर्तमान में विभाग में 169 चिकित्सक, 267 नर्सिंग अधिकारी और 180 एएनएम के पद खाली हैं। इसके अलावा तकनीकी संवर्ग में भी जल्द नियुक्तियां की जाएंगी।

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बैठक में राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य एवं अनुश्रवण परिषद उत्तराखंड के उपाध्यक्ष सुरेश भट्ट, स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. सुनीता टम्टा, अपर निदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉ. आर.एस. बिष्ट, संयुक्त निदेशक डॉ. अजीत जौहरी व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।