हल्द्वानी। सिखों के दसवें गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह के प्रकाश पर्व के अवसर पर बुधवार को शहर में भव्य नगर कीर्तन निकाला गया। इस दौरान अकाल पुरख की फौज द्वारा ट्रक के ऊपर साका पंजा साहिब की झांकी का दृश्य प्रस्तुत किया गया, जिसने उपस्थित श्रद्धालुओं का ध्यान आकर्षित किया।
झांकी में 1922 के ऐतिहासिक साका पंजा साहिब की घटना को दर्शाया गया, जब अमृतसर से अटक (पाकिस्तान) के लिए सिख कैदियों को ले जा रही ट्रेन को रोकने के लिए भाई प्रताप सिंह और भाई करम सिंह के नेतृत्व में सिख प्रदर्शनकारी रेल की पटरियों पर लेट गए थे। ट्रेन के न रुकने पर कई प्रदर्शनकारी शहीद हो गए थे, जबकि भाई करम सिंह और भाई प्रताप सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जिनका बाद में निधन हो गया।
इस अवसर पर अकाल पुरख की फौज ने एक शिक्षा लंगर भी लगाया, जिसमें संस्था द्वारा हजारों बच्चों को कॉपियां, पेंसिल, पेन, स्केल, कलर पेन, स्केच पेन, और कलर बुक्स वितरित की गईं। साथ ही, श्री गुरु ग्रंथ साहिब की पालकी साहिब के आगे फूलों की बरखा करने की सेवा भी की गई।
नगर कीर्तन और सेवा कार्य में गगन पाल स्याली, मानु स्याली, गुरप्रीत सेठी, अमरजोत सेठी, विप्सी चंडोक, अमन गांधी, प्रिंस गुजराल, हेमी वीर, नवनीत सिंह, सरबजीत सेठी, गुरदीप सिंह, प्रिंस सिंह, सन्नी सेठी, तरनप्रीत सिंह, मोहित सड़ाना, अवनीश राजपाल सहित कई समाजसेवियों ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।