हल्द्वानी। राजस्व संग्रहण को प्रभावी बनाने और विभागीय कार्यप्रणाली को मजबूत करने के उद्देश्य से सोमवार को राज्य कर विभाग, कुमाऊं जोन की समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। संभागीय कार्यालय, राज्य कर, हल्द्वानी के सभागार में आयोजित इस बैठक की अध्यक्षता वित्त सचिव दिलीप जावलकर ने की।
बैठक के दौरान वित्त सचिव ने गत वर्ष की तुलना में चालू वर्ष के राजस्व लक्ष्यों की प्रगति की समीक्षा की और विभागीय गतिविधियों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने अधिकारियों से विभाग की चुनौतियों और समाधान को लेकर सुझाव भी आमंत्रित किए।
वित्त सचिव ने खण्ड कार्यालयों को निर्देशित किया कि वे राजस्व संग्रहण में तेजी लाएं, नियमित फील्ड विजिट करें और संविदाकारों से प्राप्त भुगतानों के सापेक्ष कर जमा की जांच सुनिश्चित करें। साथ ही, आडिट इकाई को अवशेष मामलों का शीघ्र निस्तारण करने के निर्देश दिए गए।

व्यापारियों को अपील मामलों में ऑनलाइन सुनवाई की सुविधा देने तथा लम्बित वादों का त्वरित निपटारा सुनिश्चित करने पर भी जोर दिया गया। विशेष अनुसंधान इकाइयों को कर चोरी में लिप्त फर्मों की पहचान करने और कैटरिंग, ब्यूटी पार्लर, कॉरपोरेट इवेंट, बड़े होटल और रिसॉर्ट्स से संबंधित सूचनाएं एकत्रित कर कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए।
सचिव ने सचल दल इकाइयों को आवंटित लक्ष्यों की शत-प्रतिशत प्राप्ति हेतु विशेष प्रयास करने और अधिकारियों के कार्य मूल्यांकन को परफॉर्मेंस के आधार पर करने की बात भी स्पष्ट रूप से कही।
बैठक में राज्य कर विभाग के अपर आयुक्त राकेश वर्मा, संयुक्त आयुक्त रणवीर सिंह, रोहित श्रीवास्तव, रोशन लाल, स्मिता, एस.एस. तिरुवा सहित कुमाऊं जोन के समस्त खण्ड कार्यालयों, ऑडिट विंग, आंतरिक परीक्षण, विशेष अनुसंधान एवं प्रवर्तन इकाइयों के उपायुक्त एवं सहायक आयुक्त उपस्थित रहे।