देहरादून: केंद्रीय आयुष मंत्रालय ने उत्तराखंड के प्रसिद्ध आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. मायाराम उनियाल को धन्वंतरी पुरस्कार से सम्मानित किया है। यह पुरस्कार आयुर्वेद और जड़ी-बूटी के क्षेत्र में उनके असाधारण योगदान के लिए दिया गया है। देशभर के केवल तीन विशेषज्ञों को यह पुरस्कार प्रदान किया गया, जिसमें डॉ. उनियाल का नाम भी शामिल है। इस पुरस्कार के अंतर्गत उन्हें पांच लाख रुपये की धनराशि भी दी गई है।
मुंबई में आयोजित एक समारोह में केंद्रीय आयुष मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रताप राव जाधव ने डॉ. उनियाल सहित आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. ताराचंद और डॉ. जमदग्नि को भी इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किया। डॉ. मायाराम उनियाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आयुष क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति हुई है, और उत्तराखंड में आयुर्वेद के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। इससे पहले, डॉ. उनियाल को आयुष मंत्रालय द्वारा लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार भी मिल चुका है।
उत्तराखंड में प्रकृति परीक्षण अभियान की सफलता
उत्तराखंड को केंद्रीय आयुष मंत्रालय द्वारा आयोजित प्रकृति परीक्षण अभियान के पहले चरण के लिए भी सराहा गया है। राज्य में डेढ़ लाख लोगों का प्रकृति परीक्षण किया गया, जो अभियान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था। इस अभियान का शुभारंभ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया था। अभियान के तहत उत्तरकाशी के सीमांत इलाकों से लेकर आईटीबीपी की पोस्ट तक आयुष टीम पहुंची और सेना के जवानों का भी परीक्षण किया।
राज्य समन्वयक डॉ. जेएन नौटियाल के अनुसार, विपरीत भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद उत्तराखंड में डेढ़ लाख लोगों का परीक्षण किया गया, जो एक बड़ी सफलता है। इस अभियान में देशभर में एक करोड़ 29 लाख लोगों का परीक्षण किया गया, जो निर्धारित लक्ष्य से अधिक है।
प्रकृति परीक्षण अभियान का उद्देश्य और महत्व
प्रकृति परीक्षण अभियान के तहत आयुर्वेद चिकित्सकों ने लोगों की प्रकृति का निर्धारण किया और उनके आहार-विहार के बारे में परामर्श दिया। केंद्रीय आयुष मंत्रालय ने इस अभियान के लिए एक पोर्टल भी लॉन्च किया है, जिसमें रजिस्ट्रेशन के बाद लोगों से बातचीत के आधार पर उनकी प्रकृति का निर्धारण किया जाता है।
प्रकृति परीक्षण अभियान के पहले चरण की सफलता को देखते हुए, केंद्रीय आयुष सचिव डॉ. आशुतोष गुप्ता ने इसे एक बड़ी उपलब्धि बताया और इसे लोगों के उत्तम स्वास्थ्य के लिए बेहद उपयोगी करार दिया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी इस अभियान की सफलता पर खुशी जाहिर करते हुए, समस्त टीम को बधाई दी और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आयुष क्षेत्र में निरंतर प्रगति हो रही है।
आयुष क्षेत्र में उत्तराखंड का योगदान
इस सफलता से यह स्पष्ट हो गया है कि आयुष क्षेत्र में उत्तराखंड का योगदान अहम है और आने वाले समय में यह क्षेत्र राज्य की स्वास्थ्य और कल्याण नीतियों में और भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।