उत्तरकाशी। पांच अगस्त को धराली में बादल फटने से आई तबाही के बाद लापता लोगों की तलाश के लिए राहत-बचाव दल दिन-रात जुटे हैं। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ टीमें थर्मल इमेजिंग, विक्टिम लोकेटिंग कैमरे और खोजी कुत्तों की मदद से मलबे और विशाल चट्टानों के नीचे दबे लोगों को खोज रही हैं।
अचानक आई बाढ़ ने हर्षिल क्षेत्र में झील का रूप ले लिया है, जिससे बचाव कार्यों में नई चुनौती खड़ी हो गई है। पुलिस, आईटीबीपी, सेना, फायर सर्विस और राजस्व विभाग सहित कई एजेंसियां मौके पर तैनात हैं। एयरलिफ्ट कर फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। शनिवार सुबह आठ बजे तक 52 लोगों को आईटीबीपी मातली शिफ्ट कर चुकी है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में बिजली, पानी, संचार और सड़क संपर्क बहाल करने के प्रयास तेज किए गए हैं। साथ ही पुनर्वास की दिशा में भी काम शुरू हो गया है। उन्होंने डीएम उत्तरकाशी को क्षतिग्रस्त परिसंपत्तियों और फसलों के नुकसान का आकलन कर त्वरित रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं।