विदेश में पढ़ाई कर रहे भारतीय छात्रों को ठगने वाला साइबर गिरोह पकड़ा, दो गिरफ्तार

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देहरादून। विदेश में रह रहे भारतीय छात्रों को रुपये के बदले डॉलर देने का झांसा देकर ठगी करने वाले साइबर ठगों के गिरोह के दो सदस्यों को एसटीएफ ने देहरादून के क्लेमेंट टाउन क्षेत्र से गिरफ्तार किया है। ये गिरोह छात्रों को ऑनलाइन रुपये डॉलर में बदलने का लालच देकर उनसे पैसे ठगता था। एसटीएफ की जांच में सामने आया कि आरोपियों ने कई बैंक खातों के माध्यम से करोड़ों रुपये का लेन-देन किया था।

एसएसपी एसटीएफ नवनीत सिंह भुल्लर के अनुसार, भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (आई4सी) पोर्टल पर एक शिकायत मिली थी, जिसमें अमेरिका में पढ़ाई कर रहे तमिलनाडु के एक छात्र ने ठगी का शिकार होने की जानकारी दी थी। छात्र ने बताया कि एक व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से उसे ऑनलाइन रुपये डॉलर में बदलने का प्रस्ताव मिला था। यकीन करने पर उसने 70 हजार रुपये आरोपी के बताए बैंक खाते में जमा कर दिए, लेकिन बाद में आरोपी ने संपर्क बंद कर दिया और छात्र ठगा गया।

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एसटीएफ की टीम ने मोबाइल नंबरों और बैंक खातों के डेटा का विश्लेषण किया। जांच में पता चला कि आरोपियों ने कई बैंक खातों का इस्तेमाल किया, जिनमें से एक खाते में एक महीने में 35 करोड़ रुपये का लेन-देन हुआ। जांच के दौरान एसटीएफ को जानकारी मिली कि इस गिरोह के कुछ सदस्य देहरादून के क्लेमेंटटाउन क्षेत्र में रह रहे हैं।

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शुक्रवार रात को एसटीएफ ने छापेमारी कर दो आरोपियों, दिपांशु सिंह गुरु और सौरभ कुमार को गिरफ्तार किया। उनके पास से डेढ़ लाख रुपये, एक लैपटॉप, सात मोबाइल फोन, 14 सिम कार्ड और 37 बैंक खातों के डेबिट कार्ड बरामद हुए। दिपांशु ने पुलिस को बताया कि उसने सौरभ कुमार के साथ मिलकर विभिन्न बैंकों में खाता खुलवाया था, और इसके लिए मजदूरी करने वाले लोगों से रुपये लेकर बैंक खाता खोला गया।

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एसटीएफ को आरोपियों से तीन फर्जी फर्मों की मुहर भी मिली, जिनका उपयोग बैंक खातों के लिए किया गया था। एसएसपी ने बताया कि इस गिरोह का मुख्य नेटवर्क गुजरात और मुंबई से संचालित हो रहा था। जांच में एसटीएफ की टीमें वहां भी भेजी गई हैं।