नैनीताल। नैनीताल जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में कांग्रेस के जिला पंचायत सदस्यों के अपहरण के आरोपों पर हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। सुनवाई के बाद अदालत ने चुनाव दोबारा कराने का आदेश दिया। हाईकोर्ट ने लापता सदस्यों का अब तक पता नहीं लगने पर नाराजगी जताई। इस मामले में एसएसपी ने कहा कि उन्होंने घटना से संबंधित कोई वीडियो नहीं देखा है।
हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश ने उच्च न्यायालय के निर्णय को ऐतिहासिक करार देते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने प्रशासन और पुलिस की मिलीभगत से लोकतंत्र का गला घोंटने का प्रयास किया। आरोप लगाया कि कांग्रेस के पांच जिला पंचायत सदस्यों को पुलिस की मौजूदगी में जबरन मारपीट कर मतदान स्थल से अपहरण किया गया, ताकि वे लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भाग न ले सकें। इसे उन्होंने लोकतंत्र की सीधी हत्या बताया।
विधायक ने कहा कि उच्च न्यायालय ने लोकतंत्र की रक्षा में जो साहसिक कदम उठाया है, वह सराहनीय है। इसके लिए उन्होंने अदालत के प्रति आभार जताते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं के अदम्य संघर्ष, एकजुटता और समर्थन के लिए धन्यवाद दिया।