मुंबई। बॉलीवुड और टीवी जगत के चर्चित अभिनेता, निर्देशक और निर्माता धीरज कुमार का मंगलवार को 79 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वह एक्यूट निमोनिया से पीड़ित थे और सोमवार को तबीयत बिगड़ने पर उन्हें कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली।
धीरज कुमार के निधन से फिल्म और टीवी इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई है। फिल्म निर्माता अशोक पंडित ने श्रद्धांजलि देते हुए लिखा, “बहुत दुख हुआ ये जानकर कि जाने-माने एक्टर-प्रोड्यूसर धीरज कुमार अब हमारे बीच नहीं रहे। ओम शांति।”
🎬 अभिनय से निर्देशन तक का शानदार सफर
धीरज कुमार ने 1970 के दशक में दीदार, रातों का राजा, बहारों फूल बरसाओ, शराफत छोड़ दी मैंने, और रोटी कपड़ा और मकान जैसी हिट फिल्मों में अभिनय कर अपनी एक अलग पहचान बनाई। पंजाबी सिनेमा में भी उन्होंने सज्जन सिंह रंगरूट और इक संधू हुंदा सी जैसी फिल्मों से खूब सराहना पाई।
📺 छोटे पर्दे पर भी बनाया बड़ा मुकाम
निर्देशक के रूप में उन्होंने ‘ओम नमः शिवाय’, ‘श्री गणेश’, ‘संस्कार’, ‘धूप-छांव’, ‘अदालत’ जैसे दर्जनों सफल धारावाहिक दिए। बच्चों के लिए बनाई गई उनकी फिल्म ‘आबरा का डाबरा’ को भी सराहा गया।
🏢 निर्माता के रूप में ‘क्रिएटिव आई’ की नींव
धीरज कुमार की प्रोडक्शन कंपनी Creative Eye Limited ने ‘घर की लक्ष्मी बेटियां’, ‘इश्क सुभान अल्लाह’ और ‘कहां गए वो लोग’ जैसे 30 से अधिक धारावाहिकों का निर्माण किया। पारिवारिक और धार्मिक विषयों पर आधारित इन धारावाहिकों ने दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाई।
🕉️ धर्म और संस्कृति से भी रहा गहरा जुड़ाव
हाल ही में धीरज कुमार मुंबई के खारघर स्थित इस्कॉन मंदिर के उद्घाटन समारोह में शामिल हुए थे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए सनातन संस्कृति के संरक्षण में अपने योगदान की बात कही थी।