मुंबई। 252 करोड़ रुपये के हाई-प्रोफाइल ड्रग्स केस में मुंबई पुलिस की एंटी-नारकोटिक्स सेल ने सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर ओरहान अवात्रामणि उर्फ ओरी को समन जारी किया है। उन्हें गुरुवार सुबह 10 बजे घाटकोपर यूनिट के दफ्तर में पेश होने के लिए कहा गया है। पुलिस के अनुसार, यह समन जांच प्रक्रिया का हिस्सा है और ओरी से मुख्य आरोपी सोहेल उर्फ लविश शेख द्वारा पूछताछ में किए गए दावों को लेकर जानकारी ली जाएगी।
पुलिस अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि अब तक किसी भी हाई-प्रोफाइल व्यक्ति के खिलाफ आरोप तय नहीं किए गए हैं। समन भेजने का उद्देश्य केवल उन तथ्यों की पुष्टि करना है, जो आरोपी शेख ने रेव पार्टियों, समय और स्थानों को लेकर बयान में बताए हैं। जांच टीम यह जानना चाहती है कि शेख द्वारा दिए गए विवरणों में ओरी की मौजूदगी के दावे कितने तथ्यात्मक और प्रमाणित हैं। हाई-प्रोफाइल मामलों में किसी भी बयान को तभी महत्व दिया जाता है जब उसके समर्थन में इलेक्ट्रॉनिक या दस्तावेजी सबूत मौजूद हों।
यह मामला फरवरी 2024 में सामने आया, जब मुंबई क्राइम ब्रांच ने एक महिला को 741 ग्राम मेफेड्रोन (एमडी) के साथ गिरफ्तार किया था। पूछताछ के बाद पुलिस सांगली की एक केमिकल फैक्ट्री तक पहुंची, जहां से 122.5 किलो एमडी और बड़ी मात्रा में केमिकल बरामद हुआ। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत सैकड़ों करोड़ रुपये आंकी गई। जांच में खुलासा हुआ कि यह नेटवर्क महाराष्ट्र से लेकर गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान और तेलंगाना तक फैला हुआ था।
पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि पूरा रैकेट फरार ड्रग माफिया सलीम डोला के इशारे पर चलता था, जिसका दाऊद इब्राहिम सिंडिकेट से संबंध बताया जाता है। इस केस में गिरफ्तार मुख्य आरोपी सोहेल शेख को पुलिस रैकेट का प्रमुख कोऑर्डिनेटर मानती है। वह फैक्ट्रियों, पेडलर्स और सप्लाई चेन को आपस में जोड़ने का काम करता था।
शेख ने पूछताछ में दावा किया कि वह भारत और विदेश में रेव पार्टियों का आयोजन करता था, जहां ड्रग्स की सप्लाई होती थी। इसी पूछताछ में उसने कुछ हाई-प्रोफाइल नामों का भी जिक्र किया, जिनकी पुष्टि अब पुलिस कर रही है। पुलिस का कहना है कि जांच आगे बढ़ने के साथ अन्य लोगों को भी पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है।
