चमोली। बदरीनाथ हाईवे पर नंदप्रयाग के पास 400 मीटर हिस्से में पड़े मलबे को हटाने के लिए 18 दिसंबर से सफाई अभियान शुरू होगा। इसके चलते हाईवे तीन सप्ताह तक बंद रहेगा। प्रशासन ने सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक मलबा हटाने का काम तय किया है।
वैकल्पिक मार्ग से गुजरेगा यातायात
प्रशासन ने यातायात सुगम बनाए रखने के लिए वैकल्पिक मार्ग का प्रबंध किया है। नंदप्रयाग-बगड़ से सैकोट-कोठियालसैंण-चमोली सड़क (10 किमी) पर यातायात डायवर्ट किया जाएगा। श्रीनगर, रुद्रप्रयाग और कर्णप्रयाग से ज्योतिर्मठ जाने वाले वाहन इस मार्ग का उपयोग करेंगे। ज्योतिर्मठ और पीपलकोटी से आने वाले वाहन भी चमोली बाजार से इसी रास्ते भेजे जाएंगे।
ग्रामीणों की बढ़ेगी दूरी
भूस्खलन क्षेत्र के पास स्थित पुरसाड़ी गांव के निवासियों को 16 किमी अतिरिक्त दूरी तय करनी होगी। बाजपुर और मैठाणा गांव के लोगों को भी अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए अतिरिक्त दूरी तय करनी होगी। पुरसाड़ी गांव भूस्खलन क्षेत्र से लगभग 2 किमी की दूरी पर स्थित है।
प्रशासन के आदेश जारी
जिला मजिस्ट्रेट संदीप तिवारी ने हाईवे पर मलबा हटाने के आदेश जारी किए हैं। एसपी और उपजिला मजिस्ट्रेट चमोली की ओर से भी आदेश जारी किए गए हैं। आदेश के अनुसार, 18 दिसंबर 2024 से 7 जनवरी 2025 तक बदरीनाथ हाईवे पर यातायात पूरी तरह बंद रहेगा। मलबा हटाने का काम सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक किया जाएगा।
पर्यटकों और तीर्थयात्रियों के लिए सूचना
शीतकाल में बदरीनाथ धाम जाने वाले तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को वैकल्पिक मार्ग से गुजरना होगा। प्रशासन ने यात्रियों और पर्यटकों से अपील की है कि यात्रा से पहले मार्ग की स्थिति की जानकारी अवश्य लें और यात्रा की योजना उसी के अनुसार बनाएं।
यात्रियों के लिए दिशा-निर्देश
- यात्रा से पहले मार्ग की स्थिति की जानकारी लें।
- वैकल्पिक मार्ग पर ट्रैफिक का दबाव अधिक हो सकता है, अतिरिक्त समय लेकर चलें।
- प्रशासन और ट्रैफिक पुलिस द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।
प्रशासन ने निवासियों और यात्रियों से धैर्य और सहयोग की अपील की है। मलबा हटाने का काम तीन सप्ताह में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है ताकि हाईवे पर यातायात सुचारू रूप से बहाल हो सके।