उत्तराखंड: प्रधानमंत्री मोदी 27 फरवरी को करेंगे हर्षिल-मुखबा का दौरा, शीतकालीन पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

खबर शेयर करें

देहरादून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 27 फरवरी को उत्तरकाशी जिले के हर्षिल-मुखबा पहुंचकर शीतकालीन यात्रा का संदेश देंगे। मुखबा गंगोत्री धाम का शीतकालीन गद्दी स्थल है। प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर प्रशासन तैयारियों में जुट गया है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री से शीतकालीन यात्रा पर आने का अनुरोध किया था। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस दौरे से उत्तराखंड के शीतकालीन पर्यटन को नई दिशा मिलेगी। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी स्वयं तैयारियों का जायजा लेने मुखबा जाएंगी।

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड की युवतियों ने ड्रोन तकनीकी क्षेत्र में बनाई नई पहचान, 'ड्रोन दीदी' योजना से मिली सफलता

बुधवार को सचिवालय में मुख्य सचिव ने पीएम दौरे की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी व्यवस्थाएं तय समय पर पूरी कर ली जाएं। बैठक में पर्यटन सचिव को हर्षिल में उत्तराखंड के शीतकालीन पर्यटन स्थलों और स्थानीय उत्पादों पर आधारित प्रदर्शनियों के आयोजन के निर्देश दिए गए।

बुनियादी सुविधाओं का हो रहा विकास

प्रधानमंत्री के दौरे से पहले हर्षिल-मुखबा क्षेत्र में बुनियादी ढांचे को विकसित करने का कार्य तेज कर दिया गया है। उत्तरकाशी के डीएम डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने बताया कि मुखबा मंदिर और गांव के भवनों का सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। मंदिर तक सुविधाजनक और सुरक्षित मार्ग का निर्माण पूरा हो चुका है।

यह भी पढ़ें 👉  ऊधमसिंह नगर-नैनीताल बॉर्डर पर कर चोरी के गोदाम, विभाग की मिलीभगत से पहाड़ तक सामान की सप्लाई

हर्षिल-बगोरी हेलिपैड तक सड़क निर्माण अंतिम चरण में है, वहीं अन्य हेलिपैड भी तैयार किए जा रहे हैं। गंगोत्री हाईवे पर पार्किंग व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। शीतकाल में पानी जमने की समस्या को देखते हुए पांच किमी लंबी एचडीपीई पाइप लाइन बिछाई गई है। बिजली लाइनों की मरम्मत, पोल बदलने और सौर हाईमास्ट एवं स्ट्रीट लाइट लगाने का कार्य भी पूरा किया जा रहा है। क्षेत्र में तीन नए स्मार्ट टॉयलेट्स भी बनाए जा रहे हैं।

यह भी पढ़ें 👉  दीक्षांत इंटरनेशनल स्कूल में 'सृजन' प्रदर्शनी की धूम, बच्चों ने विज्ञान और कला में दिखाई प्रतिभा

प्रधानमंत्री मोदी के दौरे को लेकर स्थानीय लोगों और पर्यटन कारोबारियों में खासा उत्साह है। प्रशासन का मानना है कि इस यात्रा से राज्य के शीतकालीन पर्यटन को नई पहचान मिलेगी।