देहरादून। अंतरराष्ट्रीय संरक्षित वन्य जीवों की तस्करी में लिप्त तस्कर गिरोह का देहरादून पुलिस ने भंडाफोड़ करते हुए बड़ी सफलता हासिल की है। विकासनगर क्षेत्र में पुलिस ने घेराबंदी कर हरियाणा और उत्तराखंड के तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से एक जीवित दोमुंहा सांप (Red Sand Boa) बरामद किया गया, जिसकी तस्करी कर ऊंचे दामों में बेचने की योजना थी।
पुलिस को मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई थी कि कूड़ा घाटी मार्ग, नहर रोड स्थित पुल संख्या-2 के पास एक बिना नंबर की सफेद स्विफ्ट कार में संदिग्ध व्यक्ति दोमुंहा सांप के साथ मौजूद हैं। सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने मौके पर पहुंचकर तीनों तस्करों को धर दबोचा। तलाशी के दौरान वाहन की पिछली सीट पर रखे बैग से एक जीवित दोमुंहा सांप बरामद किया गया।
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे इस सांप को हरियाणा से लाकर ऊँची कीमत पर तांत्रिक क्रियाओं के लिए बेचने की फिराक में थे। आरोपी दोमुंहा सांप की तस्करी के पीछे तांत्रिक मान्यताओं और अंधविश्वासों का हवाला देते पाए गए।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान इस प्रकार है:
- अनिल कुमार (40) पुत्र केवल कृष्ण, निवासी महावीर कॉलोनी, थाना लाडवा, जिला कुरुक्षेत्र (हरियाणा)
- अशोक कुमार (50) पुत्र ओमप्रकाश, निवासी ग्राम जयरामपुर, थाना बुढ़िया, जिला यमुनानगर (हरियाणा)
- संदीप कुमार (41) पुत्र इन्द्र सिंह, निवासी मोहल्ला चकालन, धीरवाली, ज्वालापुर, जिला हरिद्वार (उत्तराखंड)
पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। बरामद सांप को वन विभाग की देखरेख में सुरक्षित रखा गया है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि गिरोह के तार कहां-कहां तक जुड़े हैं।
पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) ने बताया कि संरक्षित प्रजातियों की तस्करी में लिप्त ऐसे अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और वन्य जीवों की रक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी।