रामनगर। उत्तराखंड बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा में इस साल कुल 28 हजार छात्र-छात्राएं फेल हो गए हैं। इनमें से हजारों छात्रों को बोर्ड की ओर से पास होने के लिए तीन अवसर दिए जाएंगे। उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद, रामनगर ने फेल छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया है।
बोर्ड के अपर सचिव बृहमोहन रावत के अनुसार, वर्ष 2025 की हाईस्कूल परीक्षा में कुल 10,98,559 परीक्षार्थी शामिल हुए, जिनमें से करीब 10 हजार छात्र असफल हुए। वहीं इंटरमीडिएट में 1,06,345 छात्र-छात्राएं परीक्षा में बैठे, जिनमें से 18 हजार को असफल घोषित किया गया।
बोर्ड की योजना के तहत हाईस्कूल के वे छात्र जो दो विषयों में फेल हुए हैं, और इंटरमीडिएट के वे छात्र जो एक विषय में असफल रहे हैं, उन्हें तीन बार पुनः परीक्षा देने का मौका मिलेगा। पहला अवसर आगामी जुलाई माह में आयोजित विशेष परीक्षा के रूप में होगा। दूसरा मौका वर्ष 2026 की मुख्य परीक्षा में तथा तीसरा अवसर उसी वर्ष मुख्य परीक्षा के बाद दिया जाएगा।
परिषद द्वारा अप्रैल महीने में ही परीक्षा फार्म भरवाने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। फेल छात्र अंक सुधार के लिए भी परीक्षा में सम्मिलित हो सकते हैं। बोर्ड का यह कदम हजारों छात्रों के भविष्य को संवारने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।