हल्द्वानी। उत्तराखंड राज्य कर विभाग ने कर चोरी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए खटीमा और टनकपुर में दो फर्मों से ₹1.99 करोड़ की वसूली की है। विभाग की विशेष अनुसंधान इकाई द्वारा की गई इस कार्रवाई में फर्जी वित्तीय लेन-देन के जरिए कर बचाने वाली खटीमा की एक फर्म से ₹1.93 करोड़, जबकि टनकपुर की एक फर्म से ₹6.25 लाख तत्काल राजकोष में जमा कराए गए।
खटीमा में बड़ा खुलासा, फर्जी रिटर्न से कर चोरी
राज्य कर आयुक्त डॉ. अहमद इकबाल के निर्देश और अपर आयुक्त (कुमाऊं जोन) राकेश वर्मा की देखरेख में हल्द्वानी की विशेष अनुसंधान इकाई ने खटीमा की एक सरिया और सीमेंट ट्रेडिंग फर्म पर शिकंजा कसा। संयुक्त आयुक्त रोशन लाल के अनुसार, फर्म के पिछले तीन वर्षों के वित्तीय रिकॉर्ड की जांच में पाया गया कि उसने झूठे रिटर्न दाखिल कर करोड़ों रुपये की कर देयता छिपाई थी।
जांच के बाद व्यापार स्थल पर छापेमारी की गई, जिसमें फर्म को ₹1,93,30,656 (1.93 करोड़ रुपये) की बकाया राशि जमा करनी पड़ी। अधिकारियों के अनुसार, जांच अब भी जारी है और अतिरिक्त कर वसूली के लिए आगे की कार्रवाई की जा रही है।
टनकपुर में छापेमारी, 6.25 लाख की वसूली
इसी कड़ी में टनकपुर में एक व्यापारी के प्रतिष्ठान पर छापा मारा गया। सर्वे के दौरान कर अनियमितताओं के प्रमाण मिले, जिसके बाद व्यापारी को तुरंत ₹6,25,000 (6.25 लाख रुपये) जमा करने पड़े। अधिकारियों ने व्यापारी के महत्वपूर्ण वित्तीय दस्तावेज जब्त कर लिए हैं, जिनकी जांच जारी है।
अब तक 14 करोड़ की वसूली, जारी रहेगा अभियान
संयुक्त आयुक्त रोशन लाल ने बताया कि मार्च माह में अब तक ₹2.41 करोड़ की वसूली की जा चुकी है, जबकि इस वित्तीय वर्ष में अब तक ₹14 करोड़ का राजस्व सरकारी खजाने में जमा कराया गया है।
अभियान में कौन-कौन शामिल रहा
इस हाई-प्रोफाइल छापेमारी में उपायुक्त हेमलता शुक्ला, सहायक आयुक्त दीपक कुमार और अखिलेश शुक्ला, साथ ही राज्य कर अधिकारी राम रहेश, राजीव अग्रवाल, जगत सिंह, सरिता सक्सेना और निरीक्षक पंकज आर्या ने अहम भूमिका निभाई।
कर चोरी पर विभाग सख्त, जारी रहेगी कार्रवाई
राज्य कर विभाग ने स्पष्ट कर दिया है कि कर चोरी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी और ऐसे मामलों पर सख्त नजर रखी जाएगी। विभाग ने व्यापारियों को आगाह किया है कि वे समय पर कर भुगतान करें, अन्यथा सख्त कार्रवाई के लिए तैयार रहें।