नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर लगातार खराब होता जा रहा है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, रविवार को गाजीपुर में AQI 441 दर्ज किया गया, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। स्मॉग की घनी चादर के बीच गाजीपुर समेत कई इलाकों में दृश्यता बेहद कम हो गई है।
फरीदाबाद के कई क्षेत्रों में भी प्रदूषण स्तर चिंताजनक पाया गया। एनआईटी क्षेत्र में AQI 266, सेक्टर-11 में 245, और सेक्टर-30 में 205 रिकॉर्ड हुआ। इन क्षेत्रों में पीएम 2.5 और पीएम 10 प्रमुख प्रदूषक रहे। विशेषज्ञों ने लोगों को सलाह दी है कि वे घर से कम निकलें और बाहर जाने पर मास्क पहनें।
🚨 दिल्ली में सांस लेना हुआ मुश्किल
रविवार सुबह दिल्ली में AQI 391 दर्ज हुआ, जो शनिवार की तुलना में 21 अंक अधिक रहा और ‘बेहद खराब’ श्रेणी के करीब पहुंच गया। एनसीआर में गाजियाबाद सबसे प्रदूषित शहर रहा, जहां AQI 437 दर्ज किया गया। फरीदाबाद में भले ही AQI तुलनात्मक रूप से कम रहा, लेकिन यहां भी हवा ‘खराब’ श्रेणी में (237) रही।
AQI 401–500 को ‘गंभीर’ श्रेणी माना जाता है, जो श्वसन संबंधी समस्याओं को गंभीर रूप से बढ़ा देता है। बच्चों, बुजुर्गों और अस्थमा रोगियों के लिए यह स्तर बेहद खतरनाक है।
🏭 प्रदूषण के प्रमुख स्रोत
वायु गुणवत्ता प्रबंधन प्रणाली के अनुसार दिल्ली के प्रदूषण में विभिन्न स्रोतों का योगदान इस प्रकार रहा—
वाहन प्रदूषण: 18.45%
पराली जलाना: 2.47%
निर्माण कार्य: 2.72%
आवासीय क्षेत्रों से प्रदूषण: 4.63%
रविवार दोपहर 3 बजे दिल्ली में PM10 का स्तर 373.3 और PM2.5 का स्तर 215.8 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया।
मौसम विभाग और प्रदूषण नियंत्रण एजेंसियों का अनुमान है कि मंगलवार तक हवा ‘बेहद खराब’ श्रेणी में बनी रह सकती है।
📍दिल्ली के प्रमुख इलाकों में AQI
वजीरपुर — 459
विवेक विहार — 457
रोहिणी — 453
जहांगीरपुरी — 448
बवाना — 443
आनंद विहार — 438
अशोक विहार — 433
नरेला — 424
मुंडका — 422
सोनिया विहार — 422
पंजाबी बाग — 421
विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि प्रदूषण कम होने तक लोग अनावश्यक यात्रा से बचें, एयर प्यूरीफायर का उपयोग करें और बाहर निकलते समय N95 या बेहतर गुणवत्ता का मास्क पहनें।
