नई दिल्ली। चीन के वुहान में एक बार फिर कोरोना जैसे नए वायरस की खोज हुई है, जिससे वैज्ञानिकों और स्वास्थ्य संगठनों में हड़कंप मच गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, यह वायरस जानवरों से इंसानों में फैल सकता है और इसका संक्रमण मानव स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा बन सकता है।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के शोधकर्ताओं ने इस वायरस की पहचान की है। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह वायरस उन्हीं रिसेप्टर्स के जरिए शरीर की कोशिकाओं में प्रवेश करता है, जिनका इस्तेमाल कोरोना वायरस करता था। यह वायरस मनुष्यों और अन्य स्तनधारियों के प्रोटीन से जुड़कर संक्रमण फैलाने में सक्षम है।
MERS से जुड़ा नया खतरा
विशेषज्ञों का मानना है कि यह वायरस मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (MERS) से संबंधित हो सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक, 2012 से मई 2024 तक 2600 से अधिक लोगों में MERS वायरस की पुष्टि हुई है, जिसमें से 36% संक्रमितों की मौत हो गई। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, इस वायरस के अधिकतर मामले सऊदी अरब में पाए गए हैं।
क्या फिर से दुनिया पर मंडरा रहा है महामारी का खतरा?
गौरतलब है कि वुहान वायरस रिसर्च सेंटर चमगादड़ों में पाए जाने वाले कोरोना वायरस पर अपने शोध के लिए जाना जाता है। 2019 में कोरोना वायरस के वुहान लैब से लीक होने की आशंका जताई गई थी, जिसके बाद इसने पूरी दुनिया में तबाही मचा दी थी। अब एक बार फिर नए वायरस की खोज से वैश्विक स्वास्थ्य विशेषज्ञ सतर्क हो गए हैं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि इस वायरस की गंभीरता, संक्रमण दर और प्रभावों पर अभी और शोध की जरूरत है। लेकिन इससे जुड़े शुरुआती निष्कर्ष बताते हैं कि यह इंसानों में तेजी से फैल सकता है और घातक साबित हो सकता है।
सावधानी जरूरी
स्वास्थ्य संगठनों ने इस नए वायरस को लेकर सतर्कता बरतने की सलाह दी है। विशेषज्ञों का मानना है कि जल्द ही इस पर विस्तृत अध्ययन और निगरानी की जरूरत होगी ताकि एक और महामारी से बचा जा सके।