हल्द्वानी: वेद प्रचार समारोह का समापन, गीता संदेश से ही भारत बनेगा पुनः विश्वगुरु : विद्यालंकार

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हल्द्वानी। आर्य समाज हल्द्वानी में चल रहा वेद प्रचार समारोह रविवार को यज्ञ की पूर्णाहुति के साथ संपन्न हो गया। समापन अवसर पर राजकीय महाविद्यालय बेतालघाट के प्राचार्य प्रो. विनय विद्यालंकार ने कहा कि भारत की पहचान ऋषि और कृषि प्रधान देश के रूप में रही है। ऋषियों की विचारधारा और भगवान श्रीकृष्ण के गीता संदेश का प्रचार-प्रसार ही भारत को पुनः विश्वगुरु बना सकता है।

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उन्होंने कहा कि चार वेद, उपनिषद, स्मृतियां, रामायण और श्रीमद्भगवद गीता ने मानवता को जीवन और समाज दर्शन दिया है। नालंदा व तक्षशिला जैसे विश्वविद्यालयों में विश्वभर के लोग चरित्र शिक्षा प्राप्त करने आते थे, जिसका उल्लेख चीनी यात्री फाह्यान व हवेनसांग ने भी किया है।

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समारोह में बिजनौर से आए आचार्य मोहित शास्त्री ने भावपूर्ण भजनोपदेश प्रस्तुत किए। उनके भजनों में योगीराज श्रीकृष्ण और देश के अमर बलिदानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

कार्यक्रम के अंत में आर्य समाज के प्रधान डॉ. विनय खुल्लर ने बाहर से आए विद्वानों और भजनोपदेशक का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर मनजीत वालिया, संगीता चड्ढा, सरिता ग्रोवर, राजकुमार राजोरिया, धर्माचार्य विनोद आर्य, संतोष भट्ट, कृष्णकान्त, उमेश तिवारी, ललित जोशी, कमलेश भारद्वाज, श्रीकान्त खंडेलवाल, दुर्गादत्त त्रिपाठी, अरविन्द कुशवाह, सुनील विनायक सहित अनेक लोग मौजूद रहे।