श्रद्धालुओं की आस्था से खिलवाड़ का आरोप, बीकेटीसी ने जांच के दिए संकेत
रुद्रप्रयाग। उत्तर प्रदेश के इटावा में ‘केदारनाथ धाम’ के नाम से मंदिर निर्माण को लेकर विवाद गहरा गया है। केदारनाथ धाम के तीर्थ पुरोहितों ने मंदिर निर्माण का कड़ा विरोध करते हुए चेतावनी दी है कि यदि निर्माण कार्य तत्काल नहीं रोका गया तो वे पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के घर के बाहर धरना देंगे।
तीर्थ पुरोहितों का आरोप है कि यह मंदिर सपा नेता अखिलेश यादव के संरक्षण में बन रहा है, जिससे करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था को ठेस पहुंच रही है। पुजारियों का कहना है कि देशभर में केदारनाथ धाम की एक विशिष्ट धार्मिक पहचान है और किसी अन्य स्थान पर उसके नाम का प्रयोग करना अनुचित और भावनाओं से खिलवाड़ है।
आचार्य संतोष त्रिवेदी ने कहा कि “यदि केदारनाथ नाम से मंदिर निर्माण नहीं रोका गया तो तीर्थ पुरोहित समाज को अखिलेश यादव के आवास पर धरना देने के लिए बाध्य होना पड़ेगा।”
बता दें कि इससे पहले बीते वर्ष दिल्ली में भी इसी तरह के मंदिर निर्माण का तीर्थ पुरोहितों ने विरोध किया था, जिसके बाद ट्रस्ट को अपना निर्णय वापस लेना पड़ा था।
इस पूरे प्रकरण पर बदरी-केदार मंदिर समिति (बीकेटीसी) के अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने कहा कि मामले की जांच कराई जाएगी और विधिक राय लेने के बाद समिति उचित कार्रवाई करेगी।