गुआइबा (ब्राजील)। ब्राजील के रियो ग्रांडे डो सुल राज्य के गुआइबा शहर में रविवार को मौसम ने अपना रौद्र रूप दिखाया। तेज आंधी और करीब 90 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवाओं के आगे हावन रिटेल कंपनी के मेगास्टोर के बाहर स्थापित ‘स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी’ की विशालकाय रेप्लिका टिक नहीं सकी और देखते ही देखते धराशायी हो गई। इस चौंकाने वाली घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें प्रकृति की ताकत के सामने इंसानी निर्माण की बेबसी साफ झलकती है।
वायरल वीडियो में साफ दिखाई देता है कि तेज हवाओं के दबाव में प्रतिमा पहले धीरे-धीरे झुकती है और फिर अचानक संतुलन खोते हुए खाली पार्किंग एरिया में गिर जाती है। राहत की बात यह रही कि घटना के वक्त पार्किंग स्थल पूरी तरह खाली था और प्रतिमा का 11 मीटर ऊंचा बेस अपनी जगह मजबूती से टिका रहा। मौसम के बिगड़ते मिजाज को भांपते हुए लोगों ने समय रहते अपने वाहन वहां से हटा लिए थे, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया और किसी तरह की जनहानि नहीं हुई।
गुआइबा के मेयर मार्सेलो मारानाटा ने सोशल मीडिया के जरिए घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि तेज हवाओं के कारण यह दुर्घटना हुई, लेकिन हावन कंपनी के कर्मचारियों ने तुरंत हालात संभालते हुए इलाके को सुरक्षित कर दिया। उन्होंने कहा कि नागरिकों की सुरक्षा सर्वोपरि है और प्रशासन स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है।
वहीं, हावन रिटेल कंपनी ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि लोगों की सुरक्षा उनकी सबसे बड़ी प्राथमिकता है। घटना के तुरंत बाद सुरक्षा प्रोटोकॉल के तहत पूरे इलाके को सील कर दिया गया था। कंपनी ने दावा किया कि प्रतिमा सभी तकनीकी और इंजीनियरिंग मानकों के अनुरूप बनाई गई थी, बावजूद इसके घटना की आंतरिक जांच शुरू कर दी गई है। मलबा हटाने और सुरक्षा जांच के बाद मेगास्टोर को दोबारा खोल दिया गया है।
मौसम विभाग के अनुसार, इलाके में कम दबाव का क्षेत्र बनने के कारण अचानक मौसम ने करवट ली। नागरिक सुरक्षा विभाग ने पहले ही ‘साइलेंट अलर्ट’ जारी कर लोगों को सतर्क कर दिया था। उल्लेखनीय है कि ब्राजील में हावन स्टोर्स के बाहर स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी की रेप्लिका लगाना आम बात है, लेकिन यह पहला मौका नहीं है जब ऐसी घटना सामने आई हो। इससे पहले वर्ष 2021 में कैपाओ दा कानोआ शहर में भी 70 से 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवाओं के कारण ऐसी ही एक प्रतिमा गिर चुकी है।
घटना के बाद सोशल मीडिया पर जहां कुछ लोग सुरक्षा मानकों पर सवाल उठा रहे हैं, वहीं कई यूजर्स इसे कुदरत की ताकत का प्रतीक बताते हुए तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
